आज अम्बेडकर जयन्ती परिवर्तन चौक लखनऊ में, वाल्मीकि समाज के साथ खूब धूमधाम से मनाई गई।
साथ ही उत्तर प्रदेश के पूर्व उप-मुख्यमन्त्री डॉ दिनेश शर्मा जी व अन्य समाज के वरिष्ठ नेतागण भी सम्मिलित हुए, सभी को शुभकामनाएँ।
बाबा साहब भीमराव आंबेडकर जी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक महत्वपूर्ण नेता थे और भारत के संविधान के निर्माता भी थे। उन्हें समाज सुधारक, शिक्षाविद्, न्यायाधीश, विचारक, लेखक और राजनीतिज्ञ के रूप में जाना जाता है।
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यहां हम बाबा साहब और उनके जीवन से जुड़ी कुछ रोचक तथ्य साझा कर रहे हैं –
- डॉ. आंबेडकर ने 1907 में बॉम्बे विश्वविद्यालय से एमएससी की डिग्री हासिल की थी। वे भारत के पहले एससी/एसटी डॉक्टर भी थे।
- उन्होंने बहुत से विदेशी भाषाओं का ज्ञान प्राप्त किया था। उन्हें संस्कृत, पाली, प्राकृत, हिंदी, मराठी, अंग्रेज़ी, फ़ारसी और जर्मन की भाषा आती थी।
- भीमराव आंबेडकर ने बुद्ध धर्म का अनुसरण किया था। उन्होंने बुद्ध धर्म के सिद्धांतों को आधार बनाकर अपनी सोच व परिवर्तनकारी विचारधारा का निर्माण किया था।
- उन्होंने भारत के संविधान के निर्माण में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने संविधान समिति के अध्यक्ष के रूप में काम किया और संविधान के तैयारी की मुख्य जिम्मेदारी उन्हें थी।
- भीमराव आंबेडकर को “बाबा साहेब” के नाम से भी जाना जाता है।
- उन्होंने भारतीय समाज के लिए बहुत से सुधार कार्य किए। उन्होंने सामाजिक न्याय, समानता, न्याय और मानवाधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी थी।
- भीमराव आंबेडकर एक महान नेता थे, जिन्होंने दलित समुदाय के लिए लड़ाई लड़ी और उन्हें समानता के लिए लड़ने के लिए प्रेरित किया।
- भीमराव आंबेडकर ने 1956 में बौद्ध धर्म अपनाया था। उन्होंने बौद्ध धर्म को चुना क्योंकि उसमें सामाजिक न्याय, समानता और अधिकार के महत्वपूर्ण सिद्धांत होते हैं।
- उनके समाज सुधार कार्यों की वजह से ही आज भी एससी/एसटी समुदाय और दलितों को आरक्षण और अन्य उन्नति योजनाओं का लाभ मिलता है।
- भारत सरकार ने 2015 में भीमराव आंबेडकर की जन्मजयंती को “अम्बेडकर जयंती” के रूप में घोषित किया था।
- भीमराव आंबेडकर ने अपने जीवन में कई किताबें लिखीं, जिनमें उन्होंने अपने विचारों को व्यक्त किया था। उनकी सबसे महत्वपूर्ण पुस्तकों में से कुछ शीर्षक हैं: “अन्निहिलेशन ऑफ कास्ट”, “भारतीय संविधान का निर्माण”, “भारत में दंड संहिता”, “बौद्ध धर्म और भारतीय जनता”, “महार जाती का इतिहास” और “भारतीय जाति व्यवस्था”।