उत्तर प्रदेश में बिजली की अघोषित कटौती

वर्षा ऋतु के शुरू होते ही प्रदेश में बिजली की अघोषित कटौती की जा रही है। इस कटौती के कारण जनता बिजली के अभाव से जूझ रही है। भीषण गर्मी की वजह से लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं और अकेले पूर्वांचल में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही, गर्मी के कारण लोग बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। यह अत्यंत दुःखद है कि 21वीं सदी में बिजली जैसी मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति नहीं हो रही है। बिजली की आपूर्ति न होने के कारण गर्मी के कारण हुई मौतें एक हत्या समान हैं। इसके बावजूद, भाजपा के मंत्रियों के तरफ़ से आत्मसम्मानहीन बयान दिए जा रहे हैं, जो बेहद दुःखद है।

केजरीवाल सरकार का उदाहरण: दिल्ली में बिजली की उपलब्धता

दूसरी ओर, दिल्ली की केजरीवाल सरकार बिना कटौती के 24 घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है। उत्तर प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि जब दिल्ली की जनता को मुफ्त और बिना कटौती की 24 घंटे बिजली प्रदान की जा सकती है, तो उत्तर प्रदेश में क्यों नहीं? भारतीय जनता पार्टी ने चुनावों के दौरान उत्तर प्रदेश की जनता को मुफ्त और 24 घंटे बिजली की वादा किया था, लेकिन क्योंकि यह वादा जुमला बन गया है, जनता जानना चाहती है कि ऐसा क्यों हुआ? इसलिए, जनता अपनी समस्याओं का समाधान चाहती है।

बिजली विभाग की कर्मचारियों की कमी और संकट

वर्तमान में, उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग में 1 लाख कर्मचारियों की आवश्यकता है, लेकिन केवल 34 हजार कर्मचारी ही कार्यरत हैं। इसके कारण बिजली विभाग कार्य संचालित करने में सक्षम नहीं है। ट्रांसफॉर्मर फूंक रहे हैं, तार खंडित हो रहे हैं और कर्मचारियों की कमी के कारण कार्य ठीक से नहीं हो पा रहा है। इसके परिणामस्वरूप, लोग गर्मी के मौसम में असहाय रह रहे हैं।

आम आदमी पार्टी ने आज गुरुवार को पूरे उत्तर प्रदेश में बिजली कटौती के विरोध में शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन किया है और इस बारे में निम्नलिखित मांगें रखी हैं:

  1. प्रदेश में बिना किसी अवरोध बिजली आपूर्ति को सुनिश्चित किया जाए ताकि लोगों को इस भयानक गर्मी से राहत मिल सके और कोई और मौतें न हों।
  2. गर्मी के कारण प्रदेश में हुई मौतों के पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी प्रदान की जाए।
  3. बिजली विभाग में रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरा जाए ताकि विभाग की कार्य प्रणाली सुचारू रूप से संचालित हो सके।

इन मांगों को पूरा करने के लिए, प्रदेश की सरकार को जरूरी कदम उठाने चाहिए ताकि जनता को आवश्यक बिजली की आपूर्ति प्रदान की जा सके और उन्हें गर्मी के दिनों में सुख और सुरक्षा मिल सके।